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प्रो बोनो

 अर्थ और संदर्भ‌

प्रो बोनो शब्द, जो "प्रो बोनो पब्लिको" का संक्षिप्त रूप है, एक लतिनी शब्द है जिसका मतलब है "सार्वजिनिक हित के लिए"। असल में, यह शब्द विशिष्ट रूप से क़ानून के पेशे में इस्तेमाल होता है - जिसका संदर्भ ऐसे व्यक्तियों और संगठनों को क़ानूनी सलाह देने की पद्धति से है जो क़ानूनी सलाह का ख़र्च उठाने में अक्षम हैं और/या क़ानूनी सहायता हासिल नहीं कर सकते। क़ानूनी सहायता के असली ज़रूरतमंदों का प्रतिनिधित्व, इस तरह वकीलों द्वारा निःशुल्क या न्यूनतम शुल्क में किया जाता है - जिससे उन्हें अपनी क़ानूनी समस्याओं को अर्थपूर्ण ढंग से प्रस्तुत करने का मौक़ा मिलता है।‌

प्रो बोनो आंदोलन का हिस्सा होने के नाते वकील अपना कर्त्तव्य समझते हैं जिससे वे सामाजिक हित को आगे बढ़ाते हैं और ज़रूरतमंदों के पक्ष में निःस्वार्थ कार्य करते हैं। विविध कार्यक्षेत्रों में क्रेडेंशियल्स और नेटवर्क बनाकर यह वकीलों को व्यावसायिक और निजी उन्नति के लिए एक समृद्ध मंच प्रदान करता है। एक समृद्ध प्रो बोनो पद्धति वकील की कार्यप्रणाली का अच्छा प्रचार भी करती है।‌


प्रो बोनो क्लब (पिबी क्लब) योजना, लॉ स्कूलों और छात्रों को इसमें एकीकृत करके, मौजूदा प्रो बोनो कार्यक्रम को मजबूत करने के लिए संकल्पित की गई है। इस योजना का प्राथमिक उद्देश्य सक्षम लॉ स्टूडेंट्स के माध्यम से प्रो बोनो वकीलों को सहायता प्रदान करके प्रो बोनो कानूनी सेवाओं की दक्षता और गुणवत्ता में सुधार करना है। यहाँ, चुने हुए लॉ स्टूडेंट्स (जिन्हें ‘प्रो बोनो एसोसिएट्स’ या पीबिए के रूप में भी जाना जाता है) लॉ स्कूलों से जुड़े प्रो बोनो क्लब्ज का हिस्सा हैं और एक समर्पित फैकल्टी इंचार्ज द्वारा संचालित है।‌

वैश्विक पद्धतियाँ‌

कई देशों में निर्धनों के निःशुल्क प्रतिनिधित्व के लिए प्रो बोनो क़ानूनी सहायता एक प्रमुख माध्यम के रूप में उभरकर आया है। यूनाइटेड स्टेट्स और दक्षिण कोरिया जैसे देश चाहते हैं कि वकील प्रतिवर्ष निर्धारित समयावधि के लिए प्रो बोनो सर्विसेज़ प्रदान करें। जहाँ दक्षिण कोरिया में प्रतिवर्ष प्रो बोनो काम के कम से कम 30 घंटों की ज़रूरत है, वहीं यूनाइटेड स्टेट्स में अमेरिकन बार एसोसिएशन प्रतिवर्ष प्रो बोनो काम के कम से कम 50 घंटों की अनुशंसा करता है। सिंगापुर में ह्यूलेट पैकार्ड, इंटेल आदि जैसी प्रो बोनो सर्विसेज़ प्रदान करने वाले व्यक्तिगत वकील और कॉर्पोरेट संगठन हैं, जो अपने इन-हाउस अटॉर्नी, पैरालीगल और कर्मचारियों की क़ानूनी सेवाओं का कुछ समय विविध प्रो बोनो गतिविधियों में लगाकर, समुदाय के साथ घुल-मिलकर प्रोग्राम को अपनाते हैं।‌

भारत में एक संकल्पना के रूप में "प्रो बोनो क़ानूनी सेवा" ने अधिक ज़ोर नहीं पकड़ा है। कई वकील अपने निजी घेरे में व्यावसायिक शुल्क हासिल किए बिना निर्धन और सुविधा से वंचित असामियों को अनमोल क़ानूनी सलाह और सहायता प्रदान करते हैं। इस प्रकार यह एक आवश्यक, व्यक्तिगत पद्धति रह जाती है जिसमें संस्थागत संरचना का अभाव है। इस प्रोग्राम के ज़रिए भारत सरकार ने पहली बार देश में प्रो बोनो वकील की सभ्यता को प्रोत्साहित करने के लिए इस उपक्रम को लाया। इसका उद्देश्य है इस पद्धति को संस्थागत करना।‌

प्रो बोनो सेवा के साथ पंजीकृत होने वाले वकीलों के लिए लागू नियम और शर्तें‌

  1. प्रो बोनो सर्विसेज़ निःशुल्क क़ानूनी प्रतिनिधित्व और सलाह के लिए न्यायालय के सामने सेवाओं को मिलाएगा।‌
  2. प्रो बोनो परिभाषा के अनुसार स्वैच्छिक है और वकीलों को कोई मानदेय या वित्तीय सहायता प्रदान नहीं की जाएगी।‌
  3. एक बार वकील का प्रोफ़ाइल बन जाए, तो वह प्रोफ़ाइल न्याय विभाग द्वारा छानबीन की जाने के बाद ही सक्रिय होगा। विभाग के पास वह अधिकार सुरक्षित है जिससे वह वकील से आगे की ज़रूरी जानकारी हासिल कर सकता है।‌
  4. एक वकील अपने प्रोफ़ाइल को किसी भी समय अपडेट कर सकता/सकती है, जो न्याय विभाग के अनुमोदन के अधीन है।‌
  5. एक वकील किसी भी समय अपने प्रोफ़ाइल पर जाकर और अपना निर्णय विभाग को वजह सहित बताकर अपनी सेवाएँ बंद करने के लिए चुन सकता/सकती है। वकील अपनी सेवाएँ बंद करने से पहले कम से कम 15 दिन की नोटिस देने के लिए बाध्य है।‌
  6. प्रो बोनो ऐप के ज़रिए वकीलों के इकट्ठे किए गए डेटाबेस का उपयोग न्याय विभाग द्वारा उपयुक्त पदों पर नियुक्ति के लिए किया जा सकता है।‌
  7. जानकारी की गोपनीयता को सुरक्षित रखने के लिए न्याय विभाग वकील के विवरण को निर्धारित आवेदकों के अतिरिक्त वकील की सहमति के बिना किसी भी तृतीय पक्ष के सामने प्रकट नहीं करेगा।‌
  8. न्याय विभाग के पास अधिकार सुरक्षित है जिससे वह इन नियम और शर्तों को किसी भी समय अपडेट कर पाए। ऐसे मामले में विभाग नियम और शर्तों के संशोधित संस्करण को ऐप पर प्रकाशित करेगा। संशोधित नियम और शर्तें उस समय से लागू होंगे जिस समय से वे पहली बार ऐप पर प्रकाशित हुए हैं और वे अपने किसी भी पुराने संस्करण की जगह ले लेंगे।‌
  9. यदि एक वकील किसी शिकायत/फ़ीडबैक को रिपोर्ट करना चाहता है, तो वह प्रो बोनो ऐप के ज़रिए ऐसा कर सकता है।‌
  10. किसी भी सलाह पर भरोसे के कारण किए गए कार्य या चूक से पैदा होने वाली किसी भी क्षति या हानि, और/या प्रो बोनो ऐप, प्रो बोनो ऐप कॉन्टेंट, और प्रो बोनो ऐप के ज़रिए किसी भी पक्ष द्वारा प्रदान की गई किसी भी सलाह, जानकारी, सामग्री, सॉफ़्टवेयर या अन्य आइटम या सेवाओं के अवैध, अनुचित या अयोग्य उपयोग के लिए न्याय विभाग उत्तरदायी नहीं होगा।‌
  11. ऐप पर पंजीकरण करके वकील स्वीकार करते हुए पुष्टि करता/करती है कि उसके द्वारा प्रदान किए गए कथन/दस्तावेज़ उसके सर्वोत्तम ज्ञान और धारणा के अनुसार सही और उचित हैं। यदि किसी भी क़दम पर कोई भी जानकारी अनुचित पाई गई, तो वकील क़ानून के अनुसार किसी भी यथोचित कार्यवाही के लिए उत्तरदायी है।‌

प्रो बोनो सेवा में पंजीकरण/से सहायता पाने वाले आवेदक के लिए लागू नियम और शर्तें‌

क़ानूनी सहायता के लिए प्रो बोनो स्कीम के तहत न्याय विभाग के साथ पंजीकरण करके आवेदक निम्नलिखित नियमों से सहमत होता है‌

  1. प्रो बोनो सर्विसेज़ निःशुल्क क़ानूनी प्रतिनिधित्व और सलाह के लिए न्यायालय के सामने सेवाओं को मिलाएगा।‌
  2. प्रो बोनो परिभाषा के अनुसार स्वैच्छिक है और वकीलों को कोई मानदेय या वित्तीय सहायता प्रदान नहीं की जाएगी।‌
  3. यह ध्यान देने योग्य है कि विभाग की प्रो बोनो लीगल सर्विसेज़ स्कीम सिर्फ़ उन्हीं आवेदकों के लिए उपलब्ध है जो विधिक सेवा प्राधिकरण अधिनियम, 1987. की धारा 12 के तहत योग्य हैं। यदि किसी भी समय आवेदक को अयोग्य पाया गया, तो तत्काल प्रभाव के साथ उसे सेवा प्रदान करने से इंकार किया जाएगा और विभाग का वह अधिकार सुरक्षित है जिससे वह वहन किए गए किसी भी ख़र्च को क़ानून के अनुसार पुनर्प्राप्त कर सकता है।‌
  4. यदि आवेदक "पैरोकार" (अल्पवयस्क के लिए)/कोई याचक/ अपीलकर्ता/प्रतिवादी हो, तो उसे मुक़दमे के तथ्यों से पूरी तरह अवगत कराना होगा।‌
  5. आवेदक प्रमाणित करता है कि वह निर्धारित वकील के सामने अपने सर्वोत्तम ज्ञान के अनुसार सच्चाई को प्रकट करेगा, साथ ही मामले में दर्ज की गई याचिका/आवेदन के विवरण के साथ समूची केस हिस्ट्री को प्रकट करेगा।‌
  6. आवेदक प्रमाणित करता है कि याचिका के साथ संलग्न सभी दस्तावेज़/प्रमाण संबद्ध मूल प्रतियों की असली प्रतिलिपियाँ हैं।‌
  7. एक बार आवेदक का प्रोफ़ाइल बन जाए, तो वह प्रोफ़ाइल न्याय विभाग द्वारा छानबीन की जाने के बाद ही सक्रिय होगा। विभाग के पास वह अधिकार सुरक्षित है जिससे वह आवेदक से आगे की ज़रूरी जानकारी हासिल कर सकता है।‌
  8. एक आवेदक अपने प्रोफ़ाइल को किसी भी समय अपडेट कर सकता है, जो न्याय विभाग के अनुमोदन के अधीन है।‌
  9. एक आवेदक किसी भी समय अपने प्रोफ़ाइल पर जाकर और अपना निर्णय विभाग को वजह सहित बताकर प्रो बोनो ऐप के तहत सेवाएँ पाना बंद करने के लिए चुन सकता है।‌
  10. जानकारी की गोपनीयता को सुरक्षित रखने के लिए न्याय विभाग आवेदक के विवरण को निर्धारित वकीलों के अतिरिक्त आवेदक की सहमति के बिना किसी भी तृतीय पक्ष के सामने प्रकट नहीं करेगा।‌
  11. न्याय विभाग के पास अधिकार सुरक्षित है जिससे वह इन नियम और शर्तों को किसी भी समय अपडेट कर पाए। ऐसे मामले में विभाग नियम और शर्तों के संशोधित संस्करण को ऐप पर प्रकाशित करेगा। संशोधित नियम और शर्तें उस समय से लागू होंगे जिस समय से वे पहली बार ऐप पर प्रकाशित हुए हैं और वे अपने किसी भी पुराने संस्करण की जगह ले लेंगे।‌
  12. यदि एक आवेदक किसी शिकायत/फ़ीडबैक को रिपोर्ट करना चाहता है, तो वह प्रो बोनो ऐप के ज़रिए ऐसा कर सकता है।‌
  13. किसी भी सलाह पर भरोसे के कारण किए गए कार्य या चूक से पैदा होने वाली किसी भी क्षति या हानि, और/या प्रो बोनो ऐप, प्रो बोनो ऐप कॉन्टेंट, और प्रो बोनो ऐप के ज़रिए किसी भी पक्ष द्वारा प्रदान की गई किसी भी सलाह, जानकारी, सामग्री, सॉफ़्टवेयर या अन्य आइटम या सेवाओं के अवैध, अनुचित या अयोग्य उपयोग के लिए न्याय विभाग उत्तरदायी नहीं होगा।‌
  14. ऐप पर पंजीकरण करके आवेदक स्वीकार करते हुए पुष्टि करता है कि उसके द्वारा प्रदान किए गए कथन/दस्तावेज़ उसके सर्वोत्तम ज्ञान और धारणा के अनुसार सही और उचित हैं। यदि किसी भी क़दम पर कोई भी जानकारी अनुचित पाई गई, तो आवेदक क़ानून के अनुसार किसी भी यथोचित कार्यवाही के लिए उत्तरदायी है।‌
साभार : न्याय विभाग, भारत सरकार 
संपर्क : गुड्डा भईया (बिरकोना वाले) मो० 9630228563

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